Oil, gas and mining

The third World War will be about Water ? / Who control the water / Ben Gorian Canal Gaza



Ben Gorian Canal Gaza,
israel’s alternative project to suez canal

In this video, we explore the rising concerns and geopolitical tensions surrounding water resources, potentially shaping World War III. We delve into the water-related challenges faced by regions such as Palestine, the United States, China, Israel, and the strategic Suez Canal. From the impact of water scarcity to disputes over vital waterways, we analyze how these issues contribute to global tensions. Join us for a comprehensive overview of the intricate connections between water, geopolitics, and the potential implications for the future. Understanding the dynamics at play is crucial for navigating the complex landscape of international relations.

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इसराइल और पैलिस्सरी को 500 से भी ज्यादा न्यूक्लियर दिए हैं और धमाके करने का ऑर्डर दिया है या परमिशन दी है और इसराइल की फोर्स या आर्मी गाज से प यों को क्यों हटा रही है निकाल रही है और

गाजा को कैप्चर करके क्या हासिल होगा उनको क्या मिलेगा और वह अपना कौन सा मकसद पूरा करना चाहते हैं आइए इस वीडियो में जानते हैं दोस्तों मेरे चैनल को शेयर और सब्सक्राइब करना मत भूलना और कमेंट भी पास करना हम लोग सुनते आए हैं कि थर्ड वर्ल्ड

वॉर जो भी होगा ना वह पानी पर होगा अब इस पर यह क्लेरिटी नहीं है कि वह फ्रेश वाटर रिजर्व पर होगा या पानी के ऊपर फाइट होगी नेवल्स शिप्स या फिर पानी के कंट्रोल के लिए की जाएगी यह फाइट बात समझ आती है पानी के

कंट्रोल तक क्योंकि आज की दुनिया को जो चलाता है ना हमारी जितने भी गुड्स है हम जितनी भी चीजों को रोज यूज करते हैं चाहे वह आपके इलेक्ट्रॉनिक्स वाली चीजें क्यों ना हो खाने पीने की चीजें क्यों ना हो और जो र

मटेरियल है वह सब सोन सो वह सब ट्रेड होता है पानी के जरिए और मरीन ट्रेड जो है ना उसने पिछले 100 साल में काफी तरक्की की है और दोस हु द कंट्रोल द वाटर कंट्रोल द वर्ल्ड हमने कुछ ही मैंने पहले देखा था कि साउथ चाइना सी

में काफी जंग हो रही थी और मैटर जो है व बढ़ रहा था उसको भी लोग यही कह रहे थे यह तो थर्ड वर्ल्ड वॉर का कॉज बनेगा क्या पता ताइवान की वजह से चाइना एडवांसमेंट करे और फिर यही जंग में यूएसए

भी कुद पड़ा और रशिया भी कुद पड़ा और इस तरह हम थर्ड वर्ल्ड वॉर की तरफ चले जा रहे थे लेकिन वर चाइना वास ट्राइट डू के आपको बायलो जैसे कि शोर लाइन होती है है मानो कि मुंबई का सी है तो 15 न्यूट्रिकल माइल जो है ना वो आपका हिस्सा

होता है फिशिंग के लिए आप वहां फिशिंग कर सकते हो और इंटरनेशनल वाटर की बाउंड्री जो है ना वो भी 15 न्यूट्रिकल माइल तक ही होती है अब चाइना का मैप जहां तक था वो तो था लेकिन और वो आगे बढ़ रहा है लेकिन वट चाइना

एक्चुअली स्टार्टेड डूइंग के बीच समंदर में जाके लैंड रिक्लेमेशन करके अपने नए नए आइलैंड बनाना शुरू करना ताकि चाइना का जो पावर है ना वो 15 न्यूट्रिकल माइल होते होते फिलिपींस तक निकल जाए और वहां तक भी चाइना उस पानी को भी कंट्रोल करने लगे फिर

आपने देखा कि ग्लोबली उसके ऊपर काफी बहस हुई बहुत लोगों ने बहस की और फिर उसके बाद काफी प्रेशर भी क्रिएट हुआ फिर मैटर था जो व वही के वही रह गया यह तो रही बात चाइना

एंड साउथ चाइना सी की लेकिन उसके बाद इजराइल और पैले का इशू कहां से आता है और से कनेक्टेड होता है और पानी पर थर्ड वर्ल्ड वॉर होनी थी तो इधर पे क्या मामला है उसके लिए हमें यह समझना पड़ेगा सबसे पहले स्विस कनाल स्विस कनाल जो है ना

इजिप्ट की मैन मेड कनाल है और ये ग्लोबल ट्रेड की लाइन है और ये मेन आर्टरी है दोस्तों और यह ग्लोबल ट्रेड का रूट है जहां से 12 पर ट्रेड उस रूट से होता है सारा माल उस रूट से गुजरता है पहले के जमाने में जब किसी को इंडिया से यूरोप

जाना होता था या फिर सामान लेकर जाना होता था ट्रेड करना होता था तो उसको ऑल द वे साउथ आफ अफ्रीका के नीचे से गुजरना होता था तो फिर इसके लिए यह लोगों ने बड़ा ही जबरदस्त सलूशन निकाला सलूशन यह था कि इजिप्ट के बीच में से एक 190 किलोमीटर की

यानी 190 किलोमीटर की एक मेन मेड कनाल बनाई जाएगी 189 में यह काम शुरू हुआ था 15 लाख मजदूरों ने काम किया था इस पर और फिर 10 साल में यह स्विस कनाल तैयार हो गया जो ट्रेडिंग शिप इंडोनेशिया फिलिपींस इंडिया श्रीलंका से निकलता था और साउथ अफ्रीका के

रास्ते से यूरोप पहुंचता था लेकिन अब वह इजिप्ट के रास्ते से रता है और यह लगभग ू थर्ड टाइम बचाता है उधर से घूमना ज्यादा पड़ता था लेकिन इजिप्ट के रास्ते से कम वक्त लगता था और इतना कम सफर करके आप यूरोप की मार्केट तक

पहुंचते हो ज्यादा कोई चीज यूज नहीं होती थी मटेरियल जल्दी से प जाता था या गुड्स और फिर स्विस कनाल की वजह से ट्रेडिंग टाइम कम होने लगा और जब ट्रेडिंग टाइम कम होने लगा तो चीजें या फिर गुड्स की जो कॉस्ट थी वह भी कम होने लगी और कम कॉस्ट

होने की वजह से लोगों की जिंदगी बड़ी आसान हो गई और आसानी से चीजें मिलने लगी स्विस कनाल जो है ना पहले इजिप्ट की प्रॉपर्टी नहीं थी इजिप्ट के गवर्नमेंट की प्रॉपर्टी नहीं थी इस परे तो किसी और का कंट्रोल था और इसके कंट्रोल के चक्कर में काफी फाइट

हुई वर हुए और इजिप्ट को काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ा और चाहे फिर वह इंग्लैंड के साथ क्यों ना हो जंग चाहे वो फ्रांस की तरफ से क्यों ना हो जंग इवन इजराइल की तरफ से भी हो रहा था

क्योंकि यह दुनिया का सबसे बेस्ट रूट है ट्रेड करने के लिए आपको पता ही चल गया होगा कि इससे कितना टाइम सेव होता है और इससे आप टोल भी निकाल सकते हो जिसके हाथ में कंट्रोल होगा पावर होगा वो जैसे चाहे वैसे यूज कर सकता है और इस पर

लगभग 26000 शिप इस साल गुजर चुके हैं और इजिप्ट इससे सिक्स या सेन मिलियन डॉलर कमाता है और इस साल इजिप्ट ने 8 बिलियन डॉलर कमाए हैं इस ट्रेडिंग रूट की इंपॉर्टेंस का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हो कि जब पिछले साल एवरग्रीन का कंटेनर शिप स्विस कनाल में

आड़ा होके फंस गया था तो कहीं दिनों तक ट्रेड नहीं हो रहा था सामान जो है वो उस पार नहीं जा रहा था और इस पार नहीं आ रहा था तो दिनों के हिसाब से करोड़ों का या फिर अरबों डॉलर का नुकसान हो रहा था और जब तक यह फसा रहा

पेट्रोल की प्राइस ऊपर ऊपर बढ़ रही थी कॉमन सी बात है जब ट्रेड ही रुक जाएगा जब मार्केट में चीज ही नहीं पहुंचेगी जब चीजें शॉर्ट होने लगेगी तो महंगाई तो बढ़ेगी यह इतना इंपॉर्टेंट रास्ता है ट्रेड के लिए दो जिसकी वजह से यह पूरी दुनिया पर इसका

इंपैक्ट होता है अब बात आती है इजराइल और गाजा के कन्फेक्ट की और स्विस कनाल से या फिर वर्ल्ड वॉर थर्ड से क्या कनेक्शन है इसका और यह क्वेश्चन उठाया गया था कि कॉमन सी बात है इजराइल अपने पर फैलाना चा है उस रीजन में

ज्यादा से ज्यादा अपना होल्ड और पावर चाह रही है और जैसे कि मैंने स्टार्टिंग में बोला था कि दोस हु कंट्रोल द वाटर कंट्रोल द वर्ल्ड और स्विस कनाल के पीछे जैसे कि जंग भी बहुत हुई थी और जंग की वजह से स्विस

कनाल बंद भी रहा था कुछ कुछ साल तक तो शिप भी नहीं गुजरती थी आ साल तक एक शिप वैसी की वैसी ही खड़ी रहती थी आगे बढ़ने ही नहीं देते थे जब तक जंग या वॉर चल रही थी तब तक जब आपके पास इस तरह के पावर या स्ट्रांग स्ट्रेटेजिक

एरिया होते हैं या प्रोडक्ट्स होते हैं तो आप दुनिया को कंट्रोल कर सकते हो अपनी उंगली पर नचा सकते हो सबको जिस तरह हम देखते हैं सऊदी जो है ना वह पूरी दुनिया में पावर क्यों करता है उसके ऑयल पावर की वजह से वही से ही ज्यादा

ऑयल आता है ना और इजिप्ट स्विस कनाल की वजह से पावर में है और काफी स्ट्रांग है वह इसकी व ज से इसी तरह इजराइल इसका रूट बदलना चाहता है वह भी पावर में आना चाहता है और वह भी एक नया

रूट बनाना चाहता है जिसका नाम है बैन गोरियन कनाल बैन गोरियन जो है ना वह उनके लीडर थे उनके नाम पर वह एक रूट बनाना चाहते हैं और यह जो कनाल जो है ना साउथ

एंड मोस्ट पार्ट अक से लेके अप टू द नॉर्थ होके गाज का जो एरिया है वहां तक पूरी एक कनाल बनाई जाएगी वहां से गुजरेगा ताकि स्विस कनाल का भी एक भाई आ जाए या फिर एक

टक्कर देने वाला कनाल बने ताकि इजराइल के पास भी पावर आ जाए इसराइल के पास से जब ट्रेड रूट निकलेगा तो इसमें बहुत जन का फायदा होगा वह आपको पता ही चल गया होगा ज्यादातर फर्स्ट वर्ल्ड कंट्री को फायदा होगा और इसमें ऑफकोर्स यूएसए की अलायंस

उसके साथ है और इसका असल मकसद ना सिर्फ इजराइल को स्ट्रांग करना है बल्कि चाइना को हर्ट करना है और चाइना का जो बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव है उसको भी हर्ट करना है ईरान के साउथ में अगर आप देखते हो तो स्ट्रेट ऑफ हार्मोस है चाइना का जो बेल्ट

एंड रोड इनिशिएटिव है इधर से होते जा रहा है तो ऑफकोर्स उसको काउंटर करने के लिए यह एक कनाल जो है ना ये एक बहुत बड़ा ब्लॉक करेगा और फिर इस तरह इट कैन लीड टू अ मच बिगर कंफ्लेक्स

कनाल बनेगा कैसे अमेरिका का यह कानून है कि कुछ सालों के बाद यह जो क्लासिफाई इंफॉर्मेशन होती है इसको डी क्लासिफाइड कर देगी डी क्लासिफाइड इंफॉर्मेशन से यह बात मालूम होती है कि यूएसए डिपार्टमेंट ऑफ एनर्जी ने यह

1960 में आईडिया दिया था कि नेगेव डिजर्ट थ्रू 520 अगर हम न्यूक्लियर धमाके करें तो एक कनाल बन सकता है और मैन मेड कनाल बनाने से बेहतर है कि इस तरह 520 न्यूक्लियर धमाके करके हम एक रास्ता बना ले ऑफकोर्स

यह बहुत ही रिस्की है और एनवायरमेंट के लिए तो बिल्कुल अच्छा नहीं है लेकिन यह जो मकसद था ना ये यही था कि स्विस कनाल की टक्कर का एक और कनाल हो जो कि रेड सी को मेडिटेरियन सी से जोड़े जो एशिया की मार्केट को यूरोप की मार्केट से जोड़े और

फिर कॉमन सी बात यह है कि जब आपके पास इतना बड़ा हाईवे हो सकता है जैसे कि ले लो के मुंबई और दिल्ली एक बहुत बड़े बड़े सिटी या शहर है लेकिन मोटर वे की चावी

सिर्फ आपके पास है तो आप आने जाने वालों के पास से टोल भी ले सकते हो और फिर आप पावर भी दिखा सकते हो जब चाहे तब बंद कर सकते हो क्योंकि आपके पास पावर है आपके

पास पूरी दुनिया की चावी होगी तो आप लोग समझ सकते हो कि ग्लोबल स्टेज पर आपके पास पावर होगी ज्यादा पावर होगी और आप के लोग सुनेंगे इजराइल के पास बहुत पावर है चाहे फिर वो एजुकेशन के मामले में क्यों ना आगे हो वह बैंकिंग के मैटर में भी आगे हैं और

टेक्नोलॉजी में भी वह लोग आगे हैं दोस्तों लेकिन उनको और पावर चाहिए हाल ही में हमने जो गाजा में देखा इस तरह कौन करता है कोई नहीं करता है जितना ज्यादा इजराइल ने किया है एक बम फेंकना ठीक था इतना सारा नुकसान

करने की क्या जरूरत थी कितने लोगों की जान गई बहुत सारी बमबारी की है उन्होंने गाजा में तो इस तरह के क्वेश्चन अब उठ रहे हैं कि यह क्या उसी प्लान की तरफ यह लोग बढ़ रहे हैं जो यूएसए में प्लान बना था 520 न्यूक्लियर फेको तो एक रास्ता बन जाएगा

क्योंकि स्विस कनाल की बंदिश ने दुनिया को यह सबक सिखा दिया था कि भाई एक रूट से काम नहीं चलेगा और कॉमन सी बात है कि जिसके पास मेजर रूट होगा इंटरनेशनल रूट होगा उसकी बात में दम होगा और उसकी बात लोग सुनेंगे वो दुनिया को

कंट्रोल कर सकता अपनी उंगली पर नचा सकता है और यह जो सारी जंग थी ना सारी कंट्रोल की है और कॉमन सी बात है अमेरिका के अलाय बहुत मौजूद है मिडल ईस्ट में लेकिन कभी-कभी क्या हो इन फ्यूचर अमेरिका को

आंखें दिखा दे शायद हो भी सकता है अमेरिका को चाहिए एक अच्छा सा पुलिसमैन इस रीजन में जिस जिसके पास ताकत भी हो पैसा भी हो और अच्छी खासी इंटेलिजेंस भी हो दिमाग हो ताकि वह रिमोट से वही से कंट्रोल कर सके एक फोन पे पूरा गेम खेल

सके चाइना पे भी नजर रख सके रशिया पे भी नजर रख सके ईरान पर भी नजर खास तौर पर रख सके यह सब गाजा पर हमले हुए हैं हद से ज्यादा हमले किए गए हैं उन पर कितने सारे

बम फेंके गए यह सब पॉइंट उसी की तरफ उंगली कर रहे हैं यह वही प्लान तो नहीं है इसके पीछे बैन गोरियन कैनल का ही प्लान हो सकता है मे बी और ऐसा ही हो रहा है दूसरी

कंट्री भी एंटर हो रही है ए मैटर में तो कॉमन सी बात यह है कि वर्ल्ड वॉर थर्ड की तरफ हम आगे बढ़ रहे हैं पानी के ऊपर होगी ए थर्ड वर्ल्ड वॉर यह सब मैटर और इशू जंग की तरफ नहीं जाने चाहिए वर नहीं होना चाहिए

और टेबल पर बैठ के यह सारे मामले सॉल्व हो जाने चाहिए यह सबके लिए बेहतर है उम्मीद है कि आपको य वीडियो अच्छी लगेगी शेयर एंड सब्सक्राइब और कमेंट भी पास कीजिए

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